



झांसी उत्तर प्रदेश:झांसी जिला में लूट करने वाले एक अनोखे गिरोह का खुलासा हुआ है। जो पहले लूटपाट करता था, फिर पीड़ितों से संपर्क कर पैसा लेकर उनको माल लौटा देता था। इससे पीड़ित पुलिस केस भी नहीं करते थे और वे पकड़े भी नहीं जाते थे। जब चोरी के मामले में एक साथी पकड़ा गया तो इस पूरे गिरोह का खुलासा हुआ।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि लूट के बाद वे बाइक नंबर के आधार पर एप की मदद से मालिक का पता लगा लेते थे। फिर उनसे संपर्क कर बाइक के बदले में पैसों की डिमांड करते थे। किसी से 5 तो किसी से ढाई हजार रुपए लेकर उन्होंने पीड़ितों को बाइक लौटा दी। ऐसे ही मोबाइल लूट में नंबर निकालकर परिजनों को कॉल किया। 5 हजार लेकर मोबाइल पीड़ित को लौटा दिया था।
झांसी में प्रेसवार्ता कर जानकारी देते एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बिजरवारा गांव निवासी हेमंत खंगार उर्फ हेमू पुत्र राजू उर्फ अखिलेश, मऊरानीपुर निवासी सोनू कुशवाहा पुत्र रमेश चंद्र और हरीसिंह पुत्र गजराज सिंह है। तीनों फिर से बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए मऊरानीपुर के बाजपेयी तालाब के पास एकत्र थे।
तभी मुखबिर की सूचना पर मऊरानीपुर पुलिस ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे टोड़ी फतेहपुर की दो और मऊरानीपुर की एक लूट का खुलासा हुआ है। आरोपियों के कब्जे से लूट के 53300 रुपए, चोरी की बाइक, 315 बोर के दो तमंचे और दो कारतूस बरामद हुए हैं।
आरोपियों ने बताया कि वे जेब खर्च के लिए वारदात करते थे। उन्होंने अपने कुछ साथियों के नाम भी बताए है, पुलिस उनकी तलाश कर रही है।