झांसी उत्तर प्रदेश:- रविवार दोपहर करीब तीन बजे झांसी-कानपुर हाइवे पर पारीछा पावर प्लांट के सामने फ्लाईओवर पर डीजल भरा टैंकर पलट जाने से दस किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस जाम में आठ एंबुलेंस और हजारों वाहन फंस गए। इलाज के लिए झांसी मेडिकल काॅलेज लाए जा रहे एक नवजात की मौत हो गई, जबकि आठ मरीजों की हालत बिगड़ गई। रात को करीब बारह बजे जाम खुलने के बाद मरीजों को अस्पताल भेजा जा सका। जानकारी के अनुसार, करीब तीन बजे झांसी से उरई जा रहा डीजल से भरा टैंकर पारीछा पावर प्लांट के सामने फ्लाई ओवर पर टायर फट जाने से पलट गया। टैंकर के सड़क के बीचों-बीच पलट जाने से आने-जाने का पूरा रास्ता बंद हो गया। इस कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगने लगीं। सूचना पर कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड के साथ बड़ागांव पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन रास्ता खाली नहीं हुआ। देखते-देखते वहां वाहनों की लंबी लाइन लगती गई। रात को करीब आठ बजे तक पारीछा से लेकर चिरगांव तक ट्रक, बस, कार समेत हजारों वाहन जाम में फंस गए। छोटे वाहनों के निकलने का भी कोई रास्ता नहीं था। उरई से झांसी आने वालीं आठ एंबुलेंस भी फंस गईं। एक एंबुलेंस में उरई निवासी सोनू कुशवाहा अपने दो दिन के बेटे के साथ थे। दो दिन पहले उनके पुत्र का जन्म हुआ था। सांस लेने में परेशानी होने से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन जाम में एंबुलेंस के फंस जाने से बच्चे को मेडिकल कॉलेज में भर्ती नहीं कराया जा सका। एबुलेंस के भीतर ही उसने दम तोड़ दिया। रास्ते में अन्य एंबुलेंस भी फंसी थीं। तीन एंबुलेंस में बुजुर्ग थे जिन्हें मेडिकल काॅलेज भर्ती कराने ले जाया जा रहा था, जबकि दो में महिला मरीज थीं। तीन एंबुलेंस हादसों में घायल युवकों को लेकर मेडिकल आ रही थीं। जब हंगामा शुरू हुआ तो बड़ागांव, चिरगांव समेत आसपास के थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन जाम नहीं खुलवा सकी। देर-रात करीब बारह बजे के बाद किसी तरह जाम खुल सका। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कई थानों की फोर्स को तत्काल मौके पर भेज दिया गया था। मशक्कत के बाद जाम खुलवाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रिपोर्ट- एम.एस.गुर्जर